चुनौतियों को इंतज़ार मत करने दो
कभी समय को यूँ नही कहीं बहने दो
सयम कभी भी इंतज़ार में छोड़ो मत
मुसीबतो से दूर ज़िन्दगी को रहने दो
चुनौतियाँ तो इम्तिहान लेती सबका
चुनौतियों को राह में कहीं मिलने दो
घड़ी करे टिक टिक चले धीरे धीरे
नही समय से तेज़ ज़िन्दगी चलने दो
मुसीबते इंसान को कहाँ मिल जाए
कभी समय को इन्तज़ार मत सहने दो
आपका,
कृष्णा नन्द राय
कभी समय को यूँ नही कहीं बहने दो
सयम कभी भी इंतज़ार में छोड़ो मत
मुसीबतो से दूर ज़िन्दगी को रहने दो
चुनौतियाँ तो इम्तिहान लेती सबका
चुनौतियों को राह में कहीं मिलने दो
घड़ी करे टिक टिक चले धीरे धीरे
नही समय से तेज़ ज़िन्दगी चलने दो
मुसीबते इंसान को कहाँ मिल जाए
कभी समय को इन्तज़ार मत सहने दो
आपका,
कृष्णा नन्द राय