Thursday 24 October 2013

प्याज पर झूठ कौन बोल रहा है?





आज ओखला सब्जी मंडी रिसर्च पे जाना की सोंच रहा था, अपने एक शो के लिए वहां से कुछ लोगो को शो में बुलाना चाहता था, पर  मन में न जाने क्या क्या सवाल आ रहे थे, की क्या पूछूँगा उन लोगो से.? मन में सवाल ही सवाल आ रहे थे... जवाब कहीं से मिल ही  नहीं रहा था.. न जाने क्यों.. शायद मेरे शो का विषय ही ऐसा है... और ये सब सोचते सोचते न मंडी जा सका न ही उन सवालों के जवाब दूंढ़ सका!!! क्या करे ये मन भी बेचारा विषय ही था प्याज़.... जिसको काटते वक्त आँख से पानी आ जाता है पर इस बार थोडा अजीब हो रहा है, मुझे नहीं पता कि इस समय  प्याज़ काटते वक्त आँख से पानी आ रहा है या नहीं..?? पर इतना जरुर कह सकता हूँ  प्याज़ खरीदते वक्त आँसू तो आते ही होंगे.. और ये आँसू आये भी  क्यों न  प्याज़ पहाड़ पे जो चढ़ गया है.. अरे पहाड़ का मतलब मेरा पत्थर वाला नहीं पैसो का पहाड़.. इस पे चढ़ गया  प्याज़ के दाम.. जानते ही  होंगे आप लोग कितना है इसका दाम... फिर भी बीन बताये मुझसे रहा नहीं जायेगा.. दाम ही इतना है कि बताने में सोचना पड़ता है.. १००( 100 ) रुपये किलो... अहह!!!!! चलो क्या कर सकते है... पर फायदा भी और नुक्सान भी है.. फायदा ये है कि काटते वक्त आँसू नहीं आयेंगे.. पर खरीदते वक्त ज़रूर आयेंगे.. आब तो इस पे  सियासत भी गरम हो रही है .. हो भी क्यों न.. रोने रुलाने का समय जो आ गया है इलेक्शन का.. जिसको रुलाई नहीं आती वो भी रोता है... अब तो इलेक्शन में कोई प्याज़ लेकर रोता है तो कोई बिना लिए रोता है.. ले के इस लिए रोता है क्यों कि दिखाना है कि  प्याज़ के भाव सातवे आसमान पे है... जिसके पास नहीं है वो इसलिए रोता है क्योकि वो खरीद नहीं सकता... ये बात मैं राजनीती के लोगो के  बारे में कह रहा हूँ.. आम ज़नता तो हर बात पे पिसती है...अब राजनीती कि बात कहता हूँ..
प्याज के दाम क्यों बढ़ रहे हैं, इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है. वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने जमाखोरी की बात कही थी लेकिन पवार ने कहा कि उन्हें इसके बारे में पता नहीं है. आनंद शर्मा आज भी कह रहे हैं कि जमाखोरी से ही दाम बढ़े हैं. वहीं सीएम शीला दीक्षित ने जमाखोरों से प्रार्थना की है कि वो लोगों को राहत दें.. वाह!!!!! रे राजनीती वाह!!!!! एक दुसरे कि बात को काटना.. और मैं इस बात से हैरान नहीं हूँ  क्योंकि ये तो राजनीती है अपने देश कि.. आने वाले समय में प्याज़ लोगों को और रुलाती है या इन राजनीती के लोगों को क्यों कि इलेक्शन भी नजदीक है... पर इस प्याज़ पे कौन कितना सच बोल रहा है पता नहीं.. !!!!! क्यों कि ये तो सिर्फ मेरी सोंच थी..और मुद्दा खो सा गया है ....पर आप लोग अपना मुद्दा याद रखना क्यों कि वोट का पॉवर आप के पास है...