कुछ हाथ से उसके फ़िसल गया,
वह पलक झपक के निकल गया,
फिर लाशें बिछ गयी लाखों कि ,
सब पलक झपक के बदल गया l
वह पलक झपक के निकल गया,
फिर लाशें बिछ गयी लाखों कि ,
सब पलक झपक के बदल गया l
जब रिस्ते राख में बदल गए,
इंसानों का दिल दहल गया,
मैं पूछ - पूछ कर हार गया,
क्यों मेरा भारत बदल गया
क्यों मेरा भारत बदल गया......