Wednesday 11 June 2014

देश के ऊर्जा मंत्री को पत्र..


आदरणीय ऊर्जा मंत्री जी,

बहुत दिन से सोचा रहा था की आप को पत्र लिखूँ पर आप के ठोस कदम का इंतजार कर रहा था, कल जब सुबह सुना की आप ने एमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है बिजली संकट पे तो अच्छा लगा, लगा की चलो अच्छे दिन की शुरुवात हो चुकी है, लगा  की आप मीटिंग में ठोस कदम उठाएंगे, और जनता को खुशखबरी देंगे, पर मंत्री जी जब आप की प्रेस कॉन्फ्रेंस सुना तो मन  उदास सा  हो गया, आप ने ये बिजली संकट को राजनीती की ओर मोड़ दिया, और शुरू कर दिया आरोप लगाना, मंत्री जी ये तो गलत बात है, जनता को सब पता है की पहले वाली पार्टी ने क्या किया है, तभी तो आप को बहुमत से भी ज्यादा दिया, और उस पार्टी को विपक्ष के लायक भी नहीं छोड़ा, फिर क्या मतलब बनता है जनता को बताने का दोष लगाने का, इस मुद्दे को राजनीतिकरण करने करने का, कुछ मिला इससे आप को ..? दूसरी तरफ से आप के ऊपर ही पलटवार हुए की 10 साल से इतनी बिजली क्यों नहीं जाती थी, अभी कुछ महीने से क्यों जाती..? लीजिए आप से इन् लोगो ने जवाब मांग लिया l मंत्री जी यहाँ तक की 49 दिन सरकार चलाने वाली पार्टी ने भी आप को नहीं छोड़ा, उन्होंने आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के घर पे ही धरना दे दिया, खैर ये तो उनकी पुरमी आदत है l  मंत्री जी आप ने लोगो को 10 दिन आश्वासन दिया की बिजली सामान्य  हो जाएगी, लोग इंतजार कर रहे है उस अच्छे दिन का भी l
आदरणीय मंत्री जी मैं आशा करता हूँ की इस पत्र को पढ़ने के बाद अब आप जनता के सामने पुरानी पार्टी के काम की आलोचना न कर के अपने अच्छे काम की गिनती करवाएंगे, पुरे चुनाव में विपक्ष की कमी दिखाई, खूब कोसा, पर क्या अब  भी चुनाव है.? नहीं न फिर क्यों नहीं छोड़ते अपनी पुरानी आदत अब आप प्रवक्ता नहीं है, अब आप देश के ऊर्जा मंत्री है, देश आप से किसी  मुद्दे पे सफाई नहीं बल्कि अच्छे दिन मांगता है, बाकी पाँच साल बाद गेंद जनता के पास फिर होगी, इसका भी ध्यान रखना होगा आप को मंत्री जी, ऐसा नहीं है की मैं आप को डरा रहा हूँ मैं आप को सिर्फ आगाह कर रहा हूँ l
मंत्री जी पत्र में कोई गलती हो तो क्षमा का आग्रह करता हूँ l

धन्यवाद

आपका आम नागरिक,
कृष्णा नन्द राय